दिल एक दर्द भरा समुन्द्र है। इसमे कई राज छुपे हैं। ये बहुत सी बातें अपने में समेटरखता है।
एक दिन की बात है मैं घर जा रहा था , एक लड़की कहती की मुझे घंटा घर छोड़ दे। मैं उसे लेके चल पड़ा।
रस्ते में हमारी कोई खास बात नही हुई। बस एक ही चीज पता चला की वह मुझसे प्यार करती है।
बाकी बाद में।
आपका अपना,
संदीप कुमार कर्ण (पंकज)
SANDEEP KUMAR (PANKAJ) FROM LUDHIANA.
Thursday, February 19, 2009
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